ब्राम्ह अनुभूति अखबार यूपी लाइव न्यूज 24 उत्तर प्रदेश
संपादक प्रवीण सैनी
तेलीबाग में पर्वतीय रामलीला समिति द्वारा आयोजित रामलीला के तृतीय दिवस का सुभारम्भ रामलीला समिति के पुरोहित वासुदेव पाण्डेय ने मंत्रोचार एवं ए पी एस एकेडमी की प्रिंसिपल हेमा काला कोटि जी ने दीप प्रज्वलित करके किया। रामलीला केवट प्रसंग से सुरु हुई । सुमंत राम लक्ष्मण सीता जी को लेकर गंगा तट की और चल देतें हैँ। गंगा तट में केवट उनके पैर धोकर नाव में बैठाते हैँ ताकि उनकी नाव स्त्री ना बन जाए अहिलिया की तरह। गंगा पार करने के बाद केवट को रामजी उत्तराई में मुद्रीका देतें हैँ परन्तु वह लेने से मना कर देतें हैँ राम जी के दुख में राजा दशरथ की मृत्यु हो जाती हैं भरत और शत्रुघ्न अपने ननिहाल से वापस आते हैँ भरत इस पुरे प्रकरण में अपने को दोषी मानते हैँ केकई को बहुत बुरा भला कहते हैँ बड़े भाई को मानाने चित्रकूट की ओर चल देतें हैँ साथ में कौशल्या केकई और सुमित्रा माताएं भी जाती हैँ । पिता को दिए हुऐ वचनो को पूर्ण करने के लिए वह भरत के साथ अयोध्या नहीं जाते हैँ । राम जी के समझाने के बाद बड़े भाई राम जी की पादुकाओं को लेकर वह अयोध्या की और चल देतें हैँ समिति के महामंत्री लक्ष्मण सिंह धामी ने बताया की 40 वर्षो से पात्रों का मेकअप करने का कार्य बहुत ही लगन से नंदा बल्लभ उपाध्याय, नारायण सिंह रौतेला एवं साथ मे राजेंद्र सिंह कुमईया जी कर रहे है
राम की भूमिका में ममता फुलारा , सीता – मोनिका महरा , लक्ष्मण सौम्य फुलारा, भरत -लोकेश तिवारी , केवट- तेज प्रकाश जोशी, केकई -सिमरन रावत , वशिष्ठ मुनि – नवीन चंद्र बहुगुणा, मंथरा – बबीता जोशी, शत्रुघ्न -राघव बिस्ट, दशरथ – खींमा नन्द फुलारा , सुमंत – राहुल,