*पूर्व माध्यमिक विद्यालय कमलापुर, बिजनौर लखनऊ में मिशन शक्ति के तहत किया बच्चों को जागरूक

Spread the love

यूपी लाइव न्यूज 24 प्रदेश जनहित खबर पोर्टल यूट्यूब चैनल लखनऊ रायबरेली

संपादक प्रवीण सैनी लखनऊ

थाना बिजनौर जनपद लखनऊ से चौकी प्रभारी माती अभिराम शुक्ला के कुशल नेतृत्व में उप निरीक्षक श्री राम राज सिंह , महिला उप निरीक्षक सौम्या मिश्रा, कोमल सिंह, कुमारी चिंकी, पल्लवी शुक्ला ने पूर्व माध्यमिक विद्यालय कमलपुर के बच्चों को मिशन शक्ति से जुड़े प्रावधानों के बारे में जागरूक किया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्जवलन कर पुलिस की टीम व विद्यालय के स्टाफ द्वारा मां सरस्वती जी की वंदना से हुआ। जिसमें बच्चों मोहनी, पूजा ,शिखा प्रिया सरस्वती वंदना प्रस्तुत की वही लक्ष्मी और अनामिका नाम की बच्चियों ने महिला सशक्तिकरण से जुड़ी कविता सुनाई और नित्या ने नारी सशक्तिकरण नृत्य प्रस्तुत किया जिसमें एक महिला के संघर्ष की कहानी बताई गई।
उप निरीक्षक सौम्या मिश्रा ने बच्चों और अभिभावकों को बताया कि”मिशन शक्ति” महिला सशक्तीकरण योजना जिसमें महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा, और सशक्तीकरण पर केंद्रित है। इसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं की सुरक्षा, सुरक्षा और सशक्तीकरण को मजबूत करना है। यह एक अम्ब्रेला योजना के रूप में कार्य करती है, जिसमें महिलाओं के जीवनचक्र से जुड़ी समस्याओं का समाधान किया जाता है, जैसे कि घरेलू हिंसा, यौन उत्पीड़न, बाल विवाह आदि। योजना महिलाओं को राष्ट्र-निर्माण में समान भागीदार बनाने पर जोर देती है।
वर्ष 2019 से प्रारंभ होकर
इसमें 2022 से नए मानदंड लागू हुए।हाल ही में मिशन शक्ति 5.0 (उत्तर प्रदेश में) चल रहा है, जो नवरात्रि से नवरात्रि तक (अक्टूबर 2024 से अप्रैल 2025) महिलाओं को समर्पित है। इसमें जागरूकता कार्यशालाएं, प्रशिक्षण और सुरक्षित वातावरण बनाने पर फोकस है। और इसी की जानकारी देने के लिए थाना बिजनौर का स्टाफ विद्यालय में उपस्थित हुआ है।उन्होंने बताया कि मिशन शक्ति के मुख्य घटक है महिला सुरक्षा: वन स्टॉप सेंटर (OSC), महिला हेल्पलाइन (181)। महिला सशक्तीकरण के लिए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, समग्र शक्ति आदि।यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कार्यशालाओं, कौशल विकास और जागरूकता अभियानों के माध्यम से काम करती है। उप निरीक्षक सौम्या मिश्रा ने बच्चों और अभिभावकों को बताया कि मिशन शक्ति (महिला सशक्तीकरण योजना) के तहत महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा, सहायता और सशक्तीकरण के लिए कई 24×7 हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध हैं। ये नंबर विभिन्न प्रकार की आपात स्थितियों (जैसे हिंसा, उत्पीड़न, बाल संरक्षण आदि) के लिए हैं। कई अन्य महत्वपूर्ण नंबरहै जो राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर संचालित होते हैं ..
नंबर 181: महिला हेल्पलाइन नंबर– महिलाओं के खिलाफ हिंसा, घरेलू हिंसा, यौन उत्पीड़न या अन्य आपात स्थितियों के लिए। यह मिशन शक्ति के “संबल” घटक का हिस्सा है। 24 घंटे उपलब्ध।
1098: चाइल्डलाइन– बच्चों के लिए सुरक्षा और सहायता। बाल शोषण, बाल विवाह या अन्य खतरों के लिए। मिशन शक्ति के बाल संरक्षण से जुड़ा। 24 घंटे उपलब्ध।
उत्तर प्रदेश (UP) में मिशन शक्ति के विशेष नंबर:
1090: महिला शक्ति हेल्पलाइन – महिलाओं को अश्लील कॉल, मैसेज, स्टाकिंग या अन्य उत्पीड़न के लिए है। शिकायत गोपनीय रखी जाती है। मिशन शक्ति 5.0 अभियान के तहत प्रचारित है।
नंबर 112: इमरजेंसी हेल्पलाइन – सामान्य आपात स्थिति (पुलिस, फायर, मेडिकल) के लिए, जिसमें महिलाओं की सुरक्षा भी शामिल।
अन्य संबंधित नंबर जो मिशन शक्ति से जुड़े है –
1930: साइबर अपराध हेल्पलाइन – ऑनलाइन उत्पीड़न या साइबर स्टॉकिंग के लिए। सभी बच्चों को इन नंबरों को याद कर लेना चाहिए और यदि गांव में समझ में किसी जरूरतमंद को आवश्यकता हो तो उन्हें इसकी जानकारी देनी चाहिए।
चौकी प्रभारी माटी थाना बिजनौर प्रभारी अभिराम शुक्ला ने बच्चों को आज के समय में बहुत ही सावधान रहने को कहा अभी हाल की कई घटनाओं में बच्चे गेम खेलने के चक्कर में लाखों रुपए के साइबर क्राइम में फंस गए और कई छोटे बच्चों ने आत्महत्या कर ली अगर ऐसी स्थिति आए तो क्या करना चाहिए यह भीबताया साथ ही बच्चों को साइबर क्राइम से बिना डरे पुलिस को सूचना देने को कहा और सतर्कता स्वरूप अपनी फोटो और पर्सनल जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर नहीं करना चाहिए।
शिक्षिका एवम् समाजसेविका रीना त्रिपाठी ने सभी को बताया कि आज कल बच्चों के हाथ में मोबाइल बहुत ही आसानी से उपलब्ध है अतः उससे संबंधित अपराध में जाने अनजाने फंसने पर सुरक्षित कैसे निकला जाए यह जानकारी आज बिजनौर की पुलिस टीम ने बच्चों को जागरूकता अभियान के तहत दी, तथा समाज में हो रहे दुर्घटना व अपराध होने पर किन नंबरों को डायल कर सुरक्षित मदद पहुंचा जा सकती है अभी बताया। यह बहुत ही सराहनीय पहल है निश्चित रूप से बेटियां देश का भविष्य है और मिशन शक्ति उसे नींव का एक सुनहरा पत्थर बनेगा।
विद्यालय की प्रधानाध्यापिका अलका रंजन ने बच्चों को इस जानकारी को सुनकर विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से विद्यालय में चित्रकला और निबंध लेखन तथा कविता लेखन प्रतियोगिता करवाए जाने का आश्वासन दिया था। प्रतियोगिता के माध्यम से बच्चे इन नंबरों को अच्छे से जान सकेंगे और मिशन शक्ति से पूरी तरह रूबरू हो सके।
मिशन शक्ति भारत सरकार द्वारा देश में महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुरू की गई एक व्यापक पहल है। उत्तर प्रदेश की पुलिस व्यवस्था में अपना सक्रिय योगदान देते हुए इस जागरूकता अभियान से बच्चों के बीच आना, और उन्हें सुरक्षा संबंधी जानकारी देना वाकई काबिले तारीफ है इसके लिए विद्यालय के समस्त स्टाफ अलका रंजन, नीलम चौधरी, रेनू कनौजिया शुचि श्रीवास्तव ने बिजनौर थाने के उपस्थित समस्त स्टाफ को धन्यवाद ज्ञापित किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *