डॉ. राजेश्वर सिंह का विज़न—तारा शक्ति केंद्रों को ‘समग्र विकास केंद्र’ में बदलता सरोजनीनगर

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ब्राम्ह अनुभूति अखबार यूपी लाइव न्यूज 24 उत्तर प्रदेश

संपादक प्रवीण सैनी लखनऊ

समूह, कौशल, समाधान- सरोजनीनगर की महिलाओं के आर्थिक उत्थान की धड़कन बनते डॉ. राजेश्वर सिंह

लखनऊ सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने शनिवार को पराग चौराहा, आशियाना स्थित अपने कार्यालय पर जन संवाद कर क्षेत्र की समस्याओं, मांगों एवं सुझावों को ध्यानपूर्वक सुना तथा उनके त्वरित और प्रभावी समाधान का आश्वासन दिया।

इस दौरान विधायक डॉ. कार्यालय पर लंबित ताराशक्ति (सिलाई) केंद्रों के आवेदनों की समीक्षा करते हुए बताया कि, सरोजनीनगर में करीब 1800 सिलाई मशीनें प्रदान कर 162 ताराशक्ति केंद्र स्थापित किए जा चुके हैं। अगले 36 सप्ताहों में 500 से अधिक सिलाई मशीनें प्रदान 36 और तारा शक्ति केंद्रों की स्थापना की जाएगी। इन नए केंद्रों की स्थापना से कार्यालय पर लंबित आवेदनों की संख्या शून्य हो जाएगी।

*तारा शक्ति केंद्र: सिलाई से आगे, समग्र विकास का केंद्र*

डॉ. राजेश्वर सिंह ने बताया कि वर्तमान में सरोजनीनगर में 162 तारा शक्ति केंद्र महिलाओं के आर्थिक, सामाजिक और कौशल-आधारित उत्थान का मजबूत स्तंभ बने हुए हैं। इन केंद्रों ने मातृशक्ति की ऊर्जा, दक्षता और सामर्थ्य को एक संगठित आंदोलन का रूप दिया है।

उन्होंने कहा कि अगले 36 सप्ताह में 36 नए तारा शक्ति केंद्र स्थापित किए जाएँगे, और इन 36 केंद्रों के जुड़ जाने से सरोजनीनगर में तारा शक्ति केंद्रों की कुल संख्या बढ़कर 198 हो जाएगी।

*198 तारा शक्ति केंद्र*

यह सिर्फ एक संख्या नहीं, यह सरोजनीनगर की महिला-शक्ति का प्रमाण, उनकी प्रगति की पहचान, और उनकी आत्मनिर्भरता का सबसे बड़ा उत्सव है।

*डॉ. सिंह ने भावुक होकर कहा:*

आज इन केंद्रों को सिर्फ सिलाई संस्थान नहीं ये वास्तव में ‘समग्र विकास केंद्र’ बन चुके हैं, जहाँ महिलाएँ न केवल कौशल सीखती हैं, बल्कि अपने परिवार, समाज और आने वाली पीढ़ियों के लिए नेतृत्व का नया अध्याय लिख रही हैं।

*डॉ. सिंह ने बताया कि तारा शक्ति केंद्रों ने सरोजनीनगर में:*
• 30,000 eco-friendly स्कूल बैग,
• 30,000 से अधिक तिरंगे,
• और हजारों गारमेंट एवं सिलाई उत्पाद

तैयार कर महिला-श्रम और महिला-प्रतिभा को एक जन-आंदोलन का रूप दे दिया है।
इन केंद्रों की क्षमता अब उत्पादन, उद्यमिता और रोजगार-निर्माण तक पहुँच चुकी है।

डॉ. सिंह ने कहा, “इन केंद्रों की असली खासियत यह नहीं कि महिलाएँ सिलाई सीख रही हैं…
असली खासियत यह है कि महिलाएं एक-दूसरे को संभाल रही हैं, समूहों में संगठित होकर अपनी आर्थिक ताकत बढ़ा रही हैं, सरकारी योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर रही हैं,
और सीधे विधायक कार्यालय से जुड़कर समस्याओं का समाधान और योजनाओं के लाभ पा रही हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “इन 36 नए केंद्रों के बन जाने के बाद तारा शक्ति केंद्रों की कोई भी लंबित मांग शून्य नहीं रहेगी। जो वादा चुनाव के समय किया गया था, वह 100% पूरा किया जाएगा। यह मेरा दायित्व भी है और मेरा संकल्प भी।”

*डॉ. सिंह ने इसे पूरे सरोजनीनगर का गौरव बताते हुए कहा:*

“मुझे गर्व है कि सरोजनीनगर अब महिला सशक्तिकरण का राष्ट्रीय मॉडल बन रहा है।
यहाँ की मातृशक्ति ने सिद्ध कर दिया है, कि अवसर मिले, मंच मिले, विश्वास मिले…
तो महिलाएँ केवल परिवार ही नहीं, पूरे समाज का भविष्य बदल सकती हैं।”

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