एक बार प्रयोग किए गए खाद्य तेल को दुबारा इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध लगाने वाला देश का पहला राज्य बना केरल

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ब्राम्ह अनुभूति अखबार यूपी लाइव न्यूज 24 उत्तर प्रदेश

ब्यूरो प्रमुख दुर्गेश अवस्थी

केरल भारत का पहला राज्य बन गया है जिसने इस्तेमाल किया हुआ खाना पकाने का तेल दोबारा गर्म करने को अपराध घोषित कर दिया है। अब राज्य में होटल, रेस्तरां, स्ट्रीट फूड वेंडर्स और अन्य खाद्य कारोबारों के लिए नियम बनाए गए हैं कि वे खाना पकाने वाले तेल का इस्तेमाल तीन बार से अधिक न करें। यदि कोई इस नियम का उल्लंघन करता है, तो उसे ₹1 लाख तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है।

केरल की फूड एंड सेफ्टी कमिश्नरेट ने यह सख्त कदम उठाया है क्योंकि बार-बार रीयूज किया गया तेल स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक होता है। तेल को बार-बार गर्म करने पर उसमें जहरीले तत्व बन जाते हैं, जो कैंसर, हृदय रोग और अन्य गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं। इसके अलावा, बासी और फिर से गरम किया गया तेल खाने के स्वाद और गुणवत्ता दोनों को खराब कर देता है और लोगों की सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।

इस नियम के अंतर्गत, यदि कोई खाना पकाने का तेल तीन बार से अधिक उपयोग करता है, वह इसे अधिकृत एजेंसियों को सौंपने के लिए बाध्य होगा, जो इन तेलों का पुनः उपयोग न कर के बायोडीज़ल और अन्य पर्यावरण हितैषी उत्पादों में बदलते हैं। केरल में कई स्थानों पर पहले ही इस पहल के तहत प्रयोग शुरू हो चुके हैं, जहां महीने में हजारों लीटर इस्तेमाल किया हुआ तेल जमा किया जा रहा है।

यह नियम खाने की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। राज्य सरकार ने खानपान से जुड़े सभी कारोबारों को इस नियम का पालन करने के लिए निर्देश दिए हैं और लगातार निरीक्षण किए जा रहे हैं ताकि जनता को स्वच्छ और सुरक्षित भोजन मिल सके।

केरल की यह पहल देश के अन्य राज्यों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन सकती है, जो जनता के स्वास्थ्य और पर्यावरण की बेहतरी के लिए गंभीर कदम उठाना चाहते हैं। इस नियम से न केवल भोजन की गुणवत्ता सुधरेगी, बल्कि पुनः उपयोग किए गए तेल के दुष्प्रभावों से होने वाले स्वास्थ्य संकटों में भी कमी आएगी।

इस प्रकार, केरल ने एक बार फिर सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरण संरक्षण में अपनी जवाबदेही का प्रमाण देते हुए इस्तेमाल किए तेल के दोबारा गर्म करने पर पाबंदी लगाकर एक अनूठा उदाहरण पेश किया है, जो आने वाले समय में देश में व्यापक रूप से अपनाया जाने की उम्मीद है।

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