पाकिस्तानी से एक अच्छी ख़बर, बंटवारे के 77 साल बाद लाहौर यूनिवर्सिटी में पढ़ाई जाएगी ‘संस्कृत’

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यूपी लाइव न्यूज 24 उत्तर प्रदेश

ब्यूरो प्रमुख दुर्गेश अवस्थी

बंटवारे के बाद पहली बार पाकिस्तान में संस्कृत की पढ़ाई दोबारा शुरू हो गई है। लाहौर यूनिवर्सिटी ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज (LUMS) ने संस्कृत का पूरा विश्वविद्यालय स्तर का कोर्स लॉन्च कर दिया है। यह पहले सिर्फ तीन महीने की वीकेंड वर्कशॉप थी, लेकिन जबरदस्त रिस्पॉन्स के बाद इसे चार-क्रेडिट कोर्स में बदल दिया गया।LUMS के गुरमानी सेंटर के डायरेक्टर डॉ. अली उस्मान कासमी ने बताया कि पंजाब यूनिवर्सिटी के पास दुनिया के सबसे समृद्ध संस्कृत पांडुलिपियों का कलेक्शन है। 1930 के दशक में विद्वान JCR Woolner ने ताड़पत्रों का बड़ा संग्रह तैयार किया था, लेकिन 1947 के बाद किसी पाकिस्तानी शोधकर्ता ने इसे हाथ तक नहीं लगाया। विदेशी रिसर्चर इसका इस्तेमाल करते हैं। अब स्थानीय स्कॉलर तैयार करके यह परंपरा वापस जीवित की जाएगी

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