ब्राम्ह अनुभूति अखबार यूपी लाइव न्यूज 24 उत्तर प्रदेश
ब्यूरो प्रमुख दुर्गेश अवस्थी
पटना: तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से एमएलसी बंशीधर ब्रजवासी ने हत्या की साजिश का आरोप लगाया है. उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी दी की कि उनकी गाड़ी को टक्कर मारी गयी है. हालांकि एमएलसी उस वक्त गाड़ी में नहीं थे, इसलिए उनकी जान बच गयी.
कार में नहीं थे एमएलसी: एमएलसी ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि पटना जंक्शन पर ट्रेन में बिठाकर मेरे अंगरक्षक और चालक मुजफ्फरपुर लौट रहे थे. इसी दौरान सारण जिले के दीघा-पहलेजा चेक पोस्ट के पास ट्रक से मेरी गाड़ी में टक्कर मारी गई है. प्रतीत होता है कि हत्या करने के इरादे से इस घटना को अंजाम दिया गया है. “गनीमत थी पत्नी के इलाज के लिए मैं दिल्ली जा रहा था और ट्रेन में था. इस कारण मेरी जान बच गयी.”
ट्रक परिचालन पर सवाल: एमएलसी ने इस मामले की सूचना सारण एसपी को दी थी. उन्होंने कहा कि यह घटना चिंतनीय है. जब दीघा पुल पर ट्रकों का परिचालन प्रतिबंधित है तो फिर ट्रक कैसे चल रहा है? टक्कर कितनी जबरदस्त थी, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एयर बैग खुल गया. एयरबैग के कारण सवार की जान बची है.
कई वाहनों की टक्कर: घटना शुक्रवार की है. जानकारी के अनुसार एमएलसी की गाड़ी ट्रक के पीछे पीछे चल रही थी. इसी दौरान सामने ट्रक ने अचानक से ब्रेक लगा दी. पीछे चल रही गाड़ी को भी ब्रेक लगाना पड़ा. पीछे आ रहे ट्रक ने टक्कर मार दी. इस चक्कर में पीछे चल रही कई गाड़ियों की टक्कर हो गयी.
10 दिसंबर को एमएलसी बने: बंशीधर ब्रजवासी साल 2024 के दिसंबर में तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से एमएलसी चुने गए थे. इससे पहले शिक्षक थे. 2005 में उन्होंने शिक्षक की नौकरी ज्वाइन की थी, लेकिन साथी शिक्षकों के हित के लिए आवाज बुलंद करने और सरकार के फैसले का विरोध जताते के आरोप में तत्कालीन अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने बर्खास्त कर दिया था.
शिक्षक की नौकरी से हुए थे बर्खास्त: नौकरी जाने के बाद उपचुनाव में उतरे थे. शिक्षक संगठन ने तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से एमएलसी उम्मीदवार बनाया था. 5 दिसंबर 2024 को वोटिंग हुई थी और 10 दिसंबर को रिजल्ट आया था. बंशीधर ब्रजवासी, जदयू, राजद और जनसुराज के उम्मीदवार को पीछा छोड़ चुनाव जीत गए थे. इस उपचुनाव में कुल 17 उम्मीदवार थे. देवेशचंद्र ठाकुर के लोकसभा चुनाव 2024 में जीत के बाद यह सीट खाली थी.