ब्राम्ह अनुभूति अखबार यूपी लाइव न्यूज 24 उत्तर प्रदेश
मुख्य संपादक प्रवीण सैनी लखनऊ
डॉ. राजेश्वर सिंह का सरोजनीनगर: धरातल पर उतरता न्यू इंडिया विज़न
लखनऊ सरोजनीनगर विधायक एवं वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ. राजेश्वर सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) के माध्यम से राष्ट्र के युवाओं के नाम एक सशक्त, प्रेरणादायी और दूरदर्शी संदेश जारी किया। यह संदेश भारत की ऐतिहासिक यात्रा, बुज़ुर्ग पीढ़ी के संघर्ष, और आज के भारत की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए युवाओं को राष्ट्र-निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाने का आह्वान करता है।
डॉ. राजेश्वर सिंह ने अपने संदेश में कहा कि “आज का युवा वह सपने जी रहा है, जिन्हें हमारे दादा–दादी ने केवल देखा था।” उन्होंने 1947 के भारत की परिस्थितियों को स्मरण करते हुए कहा कि आज़ादी के समय संसाधन भले ही सीमित थे, परंतु बुज़ुर्गों के पास अटूट आस्था, अदम्य साहस और राष्ट्र निर्माण की दूरदृष्टि थी। लालटेन की रोशनी में पढ़ाई करने वाली वही पीढ़ी आज के सशक्त भारत की नींव बन गई।
*आंकड़ों में भारत की परिवर्तन यात्रा :*
डॉ. सिंह ने भारत की प्रगति को आंकड़ों के माध्यम से प्रस्तुत करते हुए बताया कि –
औसत आयु 37 वर्ष से बढ़कर लगभग 70 वर्ष हो चुकी है
शिशु मृत्यु दर 146 से घटकर 25 प्रति हजार पर आ गई है
साक्षरता 18% से बढ़कर लगभग 80% तक पहुँची है
स्कूलों, कॉलेजों, सड़कों, बिजली उत्पादन, प्रति व्यक्ति आय और स्वच्छ जल की उपलब्धता में अभूतपूर्व विस्तार हुआ है
उन्होंने कहा कि यह वही भारत है जिसने भूख को आशा में और गरीबी को प्रगति में बदला है।
*नए भारत की झलक : लखनऊ और सरोजनी नगर -*
अपने संदेश में डॉ. राजेश्वर सिंह ने लखनऊ और सरोजनी नगर को न्यू इंडिया का जीवंत उदाहरण बताते हुए कहा कि आज यह क्षेत्र उत्तर भारत के लाइफस्टाइल कैपिटल और AI हब के रूप में उभर रहा है। नादरगंज की AI सिटी, अमौसी की एयरो सिटी, अशोक लीलैंड की ई-बस फैक्ट्री, ब्रह्मोस डिफेंस कॉरिडोर, अनंत नगर टाउनशिप, विदेशी भाषा विश्वविद्यालय, डिजिटल एजुकेशन एवं यूथ एम्पावरमेंट सेंटर्स, ये सभी पहलें सरोजनी नगर को नवाचार, अधोसंरचना और समावेशी विकास का मॉडल बना रही हैं।
उन्होंने बताया कि क्षेत्र में 95 ओपन एयर जिम, 34 स्मार्ट क्लासेज़, 33 डिजिटल लाइब्रेरी, 162 ताराशक्ति केंद्र (महिलाओं के लिए) और 14 आर.बी.एस. डिजिटल सेंटर (युवाओं के लिए) नए भारत की आत्मविश्वासी तस्वीर प्रस्तुत करते हैं।
*अब युवाओं की बारी :*
डॉ. राजेश्वर सिंह ने युवाओं से आह्वान किया कि –
वे अपने बुज़ुर्गों के संघर्ष के प्रति कृतज्ञ रहें
अनुशासन, परिश्रम और ईमानदारी को जीवन का आधार बनाएं
AI, रोबोटिक्स, क्वांटम टेक्नोलॉजी और स्वच्छ ऊर्जा जैसी भविष्य की तकनीकों में दक्षता हासिल करें
भारत को नवाचार, समृद्धि और वैश्विक गौरव की नई ऊँचाइयों तक ले जाएँ
उन्होंने कहा, “हमारे बुज़ुर्गों ने हमें सड़कें, स्कूल और उजाला दिया; अब हमारा दायित्व है कि हम भारत को विचार, नवाचार और वैभव दें।”
*संस्कार, संस्कृति और संकल्प :*
अपने संदेश के अंत में डॉ. राजेश्वर सिंह ने युवाओं से ईश्वर में आस्था, संस्कृति के प्रति सम्मान और राष्ट्र के प्रति गर्व बनाए रखने का आह्वान किया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यही युवा भारत को विश्व का पथप्रदर्शक और अजेय राष्ट्र बनाएँगे।