ब्राम्ह अनुभूति अखबार यूपी लाइव न्यूज 24 उत्तर प्रदेश
सह संपादक कपिल गुप्ता
कुछ साल पहले गब्बर नाम की एक बॉलीवु़ड फिल्म आई थी जिसमें एक अस्पताल के बारे में यह दिखाया गया था कि कैसे अस्पताल के प्रबंधन द्वारा एक मरे हुए व्यक्ति का इलाज किया जाता रहा और इलाज के नाम पर घर वालों से लाखों रुपए वसूले जाते रहे. ठीक ऐसी ही घटना उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के एक अस्पताल से सामने आई है. यहां 22 दिनों तक चले एक दुधमुंहे बच्चे इलाज के नाम पर सिर्फ पैसों की उगाही होती रही और अंत में डॉक्टर की संवेदनहीनता के चलते एक परिवार ने अपना सब कुछ खो दिया.
आरोप है कि अस्पताल ने मृत बच्चे को आईसीयू में रखकर परिजनों से मोटी रकम वसूलने की नियत से लाखों का बिल थमाया।आयुष्मान कार्ड से इलाज की शुरुआत हुई और फिर मृत बच्चे के परिवार से दो लाख रुपये वसूल भी लिए गए.