ब्राम्ह अनुभूति अखबार यूपी लाइव न्यूज 24 उत्तर प्रदेश
सह संपादक कपिल गुप्ता
शिवगढ़,रायबरेली। क्षेत्र के देहली स्थित श्रीराम-जानकी मन्दिर परिसर में चल रही 7 दिवसीय संगीतमयी श्रीमद्भागवत ज्ञानयज्ञ का सोमवार को विधिवत समापन हुआ। अन्तिम दिन कथा वाचिका पूर्णिमा मिश्रा ने सुदामा चरित्र, रुक्मिणी विवाह, उद्धव प्रसंग एवं राजा परीक्षित के मोक्ष की मार्मिक कथा का भावपूर्ण वर्णन किया। कथा के दौरान उन्होंने बताया कि सच्ची भक्ति में अहंकार का कोई स्थान नहीं होता और प्रभु अपने भक्तों के प्रेम से ही प्रसन्न होते हैं।
कथा वाचिका ने सुदामा और श्रीकृष्ण की मित्रता का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि निर्धनता में भी संतोष और श्रद्धा हो तो भगवान स्वयं कृपा बरसाते हैं। परीक्षित मोक्ष प्रसंग सुनकर श्रद्धालु भाव-विभोर हो गए। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा मानव जीवन को भक्ति, प्रेम और वैराग्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती है।कथा के दौरान राधा-कृष्ण एवं सुदामा चरित्र की मनोहारी झांकियां प्रस्तुत की गईं, जिससे पूरा परिसर भक्तिमय हो गया। अंत में आरती एवं प्रसाद वितरण के साथ कथा का समापन हुआ। कथा का आयोजन राजनरायन चौरसिया के नेतृत्व में ग्रामीणों एवं श्रद्धालुओं के सहयोग से किया गया। इस अवसर पर यजमान बाल्मीकि, रश्मि, शिवपूजन, अनूप सहाय, रीतु, पंकज भदौरिया, पूर्व कर्नल सुरेश तिवारी, महेन्द्र दीक्षित सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।