यूपी लाइव न्यूज 24 उत्तर प्रदेश
ब्यूरो प्रमुख दुर्गेश अवस्थी
सड़क हादसों पर लगाम लगाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेहद सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि जो लोग बार-बार यातायात नियमों का उल्लंघन करते हैं, उनके ड्राइविंग लाइसेंस जब्त किए जाएंगे और वाहन सीज किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि केवल चालान काटना सड़क दुर्घटनाओं को रोकने का स्थायी समाधान नहीं है, बल्कि आदतन नियम तोड़ने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई जरूरी है। इसके लिए स्पष्ट और प्रभावी नियमावली तैयार कर सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए गए हैं।
*1 से 31 जनवरी 2026 तक “सड़क सुरक्षा माह”*
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए कि 1 जनवरी से 31 जनवरी 2026 तक पूरे प्रदेश में सड़क सुरक्षा माह मनाया जाए। उन्होंने कहा कि नए वर्ष की शुरुआत केवल औपचारिक कार्यक्रमों से नहीं, बल्कि सड़क सुरक्षा जैसे अत्यंत संवेदनशील और जनजीवन से जुड़े मुद्दे पर ठोस संकल्प के साथ होनी चाहिए। यह अभियान किसी सरकारी औपचारिकता तक सीमित न रहे, बल्कि इसे जन आंदोलन का रूप दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने यह निर्देश शासन के वरिष्ठ अधिकारियों, मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों के साथ आयोजित एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में दिए। बैठक में उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि सड़क सुरक्षा अभियान केवल फाइलों और बैठकों तक सीमित रहा, तो उसका कोई ठोस परिणाम नहीं निकलेगा।
*ई मॉडल के आधार पर चलेगा अभियान*
मुख्यमंत्री ने सड़क सुरक्षा माह को 4-ई मॉडल के आधार पर संचालित करने के निर्देश दिए। इस मॉडल में चार प्रमुख स्तंभ शामिल हैं-
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन चारों स्तंभों पर एक साथ काम किए बिना सड़क दुर्घटनाओं में कमी संभव नहीं है।
शिक्षा (Education)
शिक्षा के माध्यम से बच्चों, युवाओं और आम नागरिकों में सही सड़क व्यवहार विकसित किया जाए। स्कूल, कॉलेज और सार्वजनिक स्थानों पर यातायात नियमों की जानकारी दी जाए। हेलमेट, सीट बेल्ट, ओवरस्पीडिंग, शराब पीकर वाहन चलाने जैसे मुद्दों पर व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जाए।